केटेगरी : सप्ताह की विशेष कहानी

#मेरा पहला प्यार (world poetry day)

पहला प्यारसच कहा किसी ने पहला प्यार कभी भूलाया नहीं जा सकता, हो जाए चाहे दूबारा प्यार मगर दिल से पहले प्यार की याद को मिटाया नहीं जा सकता।कालिज का वो पहला दिन, जब अचानक से वो मुझ से टकराई थी,छूट...

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गीतांजलि श्री ने परदेस में दिलाया हिंदी को सम्मान

उत्तर प्रदेश के मैनपुरी से ताल्लुक रखने वाली गीतांजलि श्री जो तीन उपन्यास और कई कथा संग्रह की लेखिका हैं,और जिनकी  कृतियों का अंग्रेजी, फ्रेंच, जर्मन, सर्बियन और कोरियन भाषाओं में अनुवाद हुआ है. उन्होंने विदेशी धरती पर हिंदी...

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दोहरे मापदंड #BreakTheBias

संस्कार परम्परा रीति रिवाज यह सब हमारे समाज का प्रमुख हिस्सा है या यह कहें कि इसी के इर्द गिर्द हमारा समाज है।...

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पोषण का हक #BreakThe Bias

बात आज से लगभग तीस साल पुरानी है,जब हम एक छोटे कस्बे में अपनी दादी के साथ रहा करते थे..... सर्दियों का मौसम था घी, सौंठ की महक घर के बाहर तक पहुंच रही थी, तो सोचो घर के सदस्यों के मुंह में पानी कैसे ना आता...

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जूठन! #BreakTheBias

भले ससुराल शहर में बस गया था पर जड़ें तो अभी भी गांव से जुड़ी थी। शादी के बाद मैं भी बैलगाड़ी की अविस्मरणीय सफर कर गांव पहुंची ।जैसे उन दिनों होता था घर की स्त्रियां, बहुएं घर की चारदीवारी में रहती थी। दिन भर गांव की स्त्रियों...

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प्रथा.. जो अपनों को भी गैर कर दे #BreakTheBias

ससुराल गांव में था। शादी के बाद जब ससुराल पहुंची तो वहां के रीति -रिवाज़ मुझे अक्सर परेशान करते। मै शहर में पली...

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लीक से हटकर #महिला दिवस विशेष

वाक्या उन दिनों चर्चा का केंद्र बिंदु था। बात 1971 की है। अपने होम टाउन में स्टेशन से उत्तर रिक्शा में घर जाते अचानक एक महिला को देखा जो बजाज स्कूटर चला रही थी। करीबन 6 फुट ऊंची, उसी मुताबिक शरीर और रंग सांवला। हम सब के आश्चर्य...

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इश्क की आराधना

इश्क की आराधना कुछ यूँ करते है अहसास मेरे, तुम सा कोई देवता ओर कहाँ जगत में..सार्थक समझूँ जन्म लेना मैं अलकनंदा सी उतरूँ, गर तुम दरिया से मुझे थाम लो.. तुम्हारे अस्तित्व में खुद को मोम की भाँति पिघलाना,...

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ये कैसा सम्मान?#BreakTheBias

बात बहुत पुरानी है, उस समय की जब मेरे विवाह को कुछ ही माह हुए थे। जब मैं छोटी थी तब अपने मायके में मम्मी चाची...

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जय शिव

नीलकंठ, महादेव, भोलेनाथ, त्रिपुरारीबीच मँझधार हम पड़े बाधा हरो हमारी,तुम चन्द्रशेखर,शिव शंभु भोलेनाथ हो,तेरे ही महिमा से संकट जाये सब टारी।तुम आदि हो ,अनंत हो, मन कर्म संत हो,तुम ही पतझड़ के मूल...

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