तैयार किया जाएगा एक ऐसा मंदिर मंदिर जिसमें नहीं लगेगी लोहे की एक भी कील

तैयार किया जाएगा एक ऐसा मंदिर मंदिर जिसमें नहीं लगेगी लोहे की एक भी कील

हमारा देश की संस्कृति जग जाहिर है, मंदिर,मस्जिद गुरद्वारे, चर्च सबकी अपनी अलग पहचान है. हमारे देश में बने मंदिरों की ऊंची इमारते सबको अपनी ओर अट्रैक्ट करती है।

हाल ही में गुजरात में उमिया माता का एक मंदिर बनने जा रहा है. उमिया माता गुजरात के कड़वा पाटीदारी किसान समुदाय की कुल देवी मानी जातीं हैं. उमिया धाम के नाम से बनने वाले इस मंदिर को 1500 करोड़ रुपए लगाकर तैयार किया जाएगा. हाल ही में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी नें वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से मंदिर के शिलान्यास समारोह में हिस्सा लिया था।

आज हम आपको उमिया धाम का मंदिर से जुड़ी और भी खासियतें बताते है.-

इस मंदिर को बनाने के लिए बहुत समय से तैयारियां चल रही है,74 हजार वर्ग गज भूमि में बनने वाले उमिया माताजी संस्थान ऊझा में मुख्य मंदिर के निर्माण के साथ ही एक 13 मंजिला इमारत भी बनेगा. मंदिर के पास ही 400 कमरों का हॉस्टल होगा. जिसमें पाटीदार समाज से यूपीएससी और जीपीएससी की तैयारी करने वालों को इस सुविधा का लाभ मिलेगा. साथ ही इस इस हॉस्टल में 1200 लड़के-लड़कियों के रहने की सुविधा होगी. इसके अलावा उमैया धाम परिसर में एक बैंक्वेट हॉल के साथ-साथ और हॅास्पटल भी रहेगा. मंदिर में दर्शन को आने वालों के लिए दो मंजिला पार्किंग सुविधा रहेगी. जिसमें तकरीबन 1000 कार आसानी से पार्क किए जा सकेंगे.

इस मंदिर की अपनी एक खासियत होगी, जो देखने वालों को अपनी ओर अट्रैक्ट करेंगी,यह मंदिर 255 फीट लंबा और 160 फीट चौड़ा होगा. इस मंदिर की भू-तल से लेकर कलश तक की ऊंचाई करीब 132 फीट रहेगी. इसके साथ ही प्लेटफॉर्म की ऊंचाई करीब 6 फीट रखी जाएगी. इस मंदिर में स्थापित किए जाने वाले देवता की प्रतिमा की ऊंचाई 22 फीट होगी. मंदिर में कुल मिलाकर 92 पिलर होंगे.।

इस पिलर को प्राचीन शास्त्र के आधार पर बनाया जाएगा. उमिया देवी के इस विशालकाय मंदिर में एक भी लोहे की कील इस्तेमाल नहीं की जाएगी.

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