मैसूर पाक

मैसूर पाक

बैंगलोर या कर्नाटक की मिठाई की बात चले और 'मैसूर पाक' का नाम ना आए ये भला कैसे संभव है ! मैसूर पाक का नाम मैंने पहले पहल यहीं आकर सुना था। ये यहाँ की बहुत खास मिठाई है ....एकदम शाही टाईप ! दक्षिण भारत में कोई भी खास मौका हो शादी-ब्याह,पर्व त्यौहार इसकी उपस्थिति एक तरह से अनिवार्य है।

बेसन, घी ,चीनी और इलायची पाउडर के मेल से बनी ये सुस्वादु मिठाई मुँह में जाते ही घुल जाती है। इसके स्वाद के तो क्या कहने ! बेसन से बनी कितनी ही मिठाइयाँ हैं पर ये उन सबमें बिल्कुल अलग सी है। मुख्यतः इसके दो प्रकार हैंं ....एक जिसमें घी की मात्रा भरपूर होती है ,गीले टेक्श्चर की और दूसरी सूखी जिसमें घी थोड़े अंदाज से पड़ता है। स्वाद तो दोनों के ही खास होते हैं पर घी में सराबोर वाले की तो बात ही जुदा होती है। खाने के समय खा लीजिए और बाद में थोड़ी वर्कआउट कर लेंगे.... ऐसी स्थिति हो जाती है मेरे साथ तो । इसमें पानी नहीं पड़ता तो ये काफी दिनों तक खराब नहीं होती है। आजकल स्वास्थ्य के प्रति जागरूक लोगों के लिए चीनी की जगह खजूर के गुड़ की मिठास वाली मिठाई भी उपलब्ध है।
 
मैसूर के राजा कृष्णराज वाडयार (1884--1940) बहुत बड़े खाद्य प्रेमी थे। कहा जाता है कि उनके राजमहल अंबा विलास में बहुत बड़ी रसोई थी और साल के 365 दिन के हिसाब से अलग-अलग रसोइए थे। ये रसोइए यूरोपियन खाने से लेकर विशिष्ट दक्षिण भारतीय भोजन बनाने में महारथी थे। मैसूर पाक की उत्पत्ति के पीछे इन्हीं खानसामों का हाथ है।
इसके आविष्कार के पीछे एक बहुत मजेदार कहानी है। एक दिन महल के प्रमुख रसोइया, काकासुरा मडप्पा खाने की तैयारियों में लगे हुए थे। दूसरे  व्यंजनों में ऐसे उलझकर रह गए कि मीठा बनाने का समय ही नहीं बचा। कम समय में कुछ खास बनाने के ख्याल से उन्होंने बेसन ,घी और चीनी के साथ इस नये पकवान को बनाना शुरू किया। थोड़े बहुत प्रयोग के बाद कुछ अनूठा और लुभावना सा बनकर तैयार हो गया। उन्होंने इस नई स्वीट डिश के साथ महाराजा को भोजन परोस दिया। महाराज ने जैसे ही इसे चखा उन्हें इसका स्वाद भा गया। उन्होंने उसी समय काकासुरा को बुलाया और उस व्यंजन का नाम पूछा। तत्क्षण काकासुरा के मन में 'मैसूर पाक' यहीं नाम आया और उसने इसे 'मैसूर पाक' बताया। उस दिन के बाद से यह मिठाई बेहद प्रसिद्ध हो गई और हर अवसर पर इसे बनाया और खिलाया जाने लगा। 
अब तो यह मिठाई यहाँ के हर छोटी-बड़ी मिठाई के दुकान पर मिलती है।  इसे आसानी से ऑनलाइन भी मँगाया जा सकता है। आप सब भी इसे जरूर खाएँ ,मुझे विश्वास है कि आप भी इसके स्वाद के जादू में डूबकर रह जाएँगे।
 
तिन्नी श्रीवास्तव।
#मेरेशहरकेप्रसिद्धपकवान
 

What's Your Reaction?

like
1
dislike
0
love
0
funny
0
angry
0
sad
0
wow
0