राजस्थान संकट से सीखे जीवन के 5 जरुरी सबक

१- सतर्क रहें : सावधानी हटी , दुर्घटना घटी | कर्नाटक और मध्य प्रदेश मे कांग्रेस अपने विधायकों की कुल गिनती और समर्थन पर सावधानी न रख सकी और भाजपा ने उसका फायदा उठाकर , कांग्रेस की सरकारों को गिरा दिया | अशोक गहलोत ने अपनी निगाहें पूरी तरह सतर्क रखी और कुर्सी बची हुई हैं |
२-जोड़ में एक एक जरुरी : यदि आप किसी बड़ी योजना पर काम करते है तब आपको मालूम पड़ता हैं के हर एक आदमी जरुरी हैं | राजस्थान संकट मे विधायकों का जोड़ तोड़ यही सबक देता हैं | मिलकर रहिये और आगे बढिये |
३- अनुभव सब पर भारी : भाजपा के पास संसाधन बहुत हैं लेकिन अशोक गहलोत के पास है अनुभव जो इन्हे इस समस्या से निपटने मे सबसे मददगार साबित हुआ हैं | माटी से जुड़ा आदमी हमेशा ही सूट बूट की राजनीती पर भरी था और रहेगा |
४ - अकेला चना भाड़ फोड़ सकता है : व्यक्ति विशेष को कम आंकने वाली इस कहावत को भूल जाइये | भाजपा जैसी मजबूत ताकत की खिलाफ भी अशोक गहलोत अपने सीमित संसाधनों के साथ भी, जमकर टक्कर दे रहे हैं | अकेला आदमी अपने संगठन योग्यता के साथ भाड़ क्या पूरा किला फोड़ सकता हैं |
५- आकड़े हमेशा सच कहे : व्यक्ति विशेष झूठ बोल सकता हैं लेकिन गिनती और आकड़े कभी भी झूठ नहीं बोलते हैं | स्व-आकलन मे खुद को सही आकड़ो से परखे |
आज का ज्ञान समाप्त हुआ , खम्मा घणी।
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