उत्तराखंड के सीएम को महिलाओं की फटी जींस की चिंता

एक ही नसीहत आधी आबादी को दी जाती है कि महिला चाहे आधुनिक हो या परंपरागत अपने पहनावे के प्रति ज़िम्मेदार होना ही चाहिए।महिलाओं के परिधान पर टीका-टिप्पणी या फब्तियां अकसर सुनने को मिल जाती है ।
तीरथ सिंह रावत. उत्तराखंड के नए सीएम हैं उन्होनें औरतों के कपड़ों को लेकर बयान दिया है. कहा है कि औरतों को फटी हुई जीन्स में देखकर हैरानी होती है। उनके मन में ये सवाल उठता है कि इससे समाज में क्या संदेश जाएगा ।
सीएम ने कहा कि युवाओं में नशे की प्रवृत्ति बढ़ती जा रही है. और अगर बच्चों को इससे बचाना होगा, तो उन्हें संस्कार देने होंगे, वेस्टर्न कल्चर के प्रभाव से बचाना होगा।
युवा महिलाओं की पसंद पर टिप्पणी करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि, 'मैं एक एनजीओ चलाने वाली महिला को रिप्ड जींस पहने देखकर चौंक गया। अगर इस तरह की महिला समाज में लोगों से मिलने समाज में लोगों की समस्याओं को सुलझाने के लिए जाएगी, तो समाज में क्या संदेश दे रही है? ये सब घर पर शुरू होता है। जो भी हम करते हैं, हमारे बच्चे उसका ही अनुसरण करते हैं। बच्चों को अगर घर में सही संस्कृति सिखाई जाए , तो चाहे वो कितना भी आधुनिक हो जाए, जीवन में कभी भी असफल नहीं हो सकता।'
कितना शर्मनाक है यह कि एक राज्य का मुख्यमंत्री कपड़ों से एक महिला के संस्कार का आंकलन कर रहा है।
महिलाओं का कोई भी परिधान, कैसा भी परिधान सिर्फ और सिर्फ उनकी सहजता से जुड़ा हुआ मामला है। यह कहीं से भी समाज को आगे ले जाने या पीछे ढकेल देने का मामला नहीं है।आधुनिक परिधान पहने हुए लोगों की सोच पुरातन भी हो सकती है और हिजाब पहनी हुई महिला की सोच आधुनिक भी हो सकती है। किसी की भी सोच का मामला उसके परिधान से तय नहीं किया जा सकता है।
अनु गुप्ता
What's Your Reaction?






