एक शाम

#एक शाम
यूँ तो बरसों से इक साथ रहते हैं,पर लगता है अब कुछ फीका सा हो गया है||
बच्चों की परवरिश, घर की जिम्मेदारियों में,
कुछ अपना हमारा खो सा गया है||
चलो आज इक कॉफी की शाम मेरे नाम कर दो,
मिलो फिर उस पुरानी जगह पर,
कुछ लम्हात मेरे नाम कर दो ||
उस कॉफी के उठते धुएँ में, देखेंगे वो अधूरे ख्वाब फिर से ||
मिलकर करेंगे पूरे वो अधूरे से ख़्वाब ||
चलो आज फिर अपने मन की सुनो,
चलो आज फिर नए सपनों की माला बुनो||
आज करते है दोनों अपने मन की बात,
बैठ फुर्सत से करते हैं पुराने दिनों को याद||
आज जो है तुम्हारे दिल में कह दो,
कुछ आज तुम मेरे मन की भी सुन लो||
चुरा कर व्यस्त जिंदगी से दो पल आओ बैठ मिल,
आज कुछ अपनी कहो, कुछ मेरी सुनो||
बिखर गयी जो खुशियाँ, उन्हें समेट मेरी झोली भर दो,
चलो आज इक कॉफी की शाम
मेरे नाम कर दो ||
✍️#दिल से दिल तक # पूजा अरोरा
#कॉफी का प्याला
What's Your Reaction?






