कैसे समझें कि आपकी इम्यूनिटी कमजोर है?

पिछले दो ढाई सालों में सेहत से जुड़ा एक शब्द जो बार बार सभी के मुख से सुनाई देता है वह है \"इम्यूनिटी\" आखिर क्या है ये इम्यूनिटी जिसके कम होने से आप बार बार बीमार पड़ जाते हैं। आप कैसे समझें कि आपकी इम्यूनिटी कमजोर है? और इसे बढ़ाने के लिए क्या उपाय किए जा सकते हैं?
इम्यूनिटी आपके शरीर की आपकी रोग प्रतिरोधक क्षमता है जो कि हर व्यक्ति में अलग अलग होती है। बहुत से लोग देखने में भले ही कमजोर लगें पर उनकी रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत होती है और वह जल्दी बीमार नहीं होते। इसके विपरीत बहुत से स्वस्थ दिखाई देने वाले लोग भी अक्सर किसी न किसी रोग की चपेट में आते रहते हैं।
कोरोना काल में तो सभी को इम्युनिटी बेहतर बनाने की सलाह दी जाती रही है क्योंकि जितनी मजबूत इम्यूनिटी होगी रोग के लक्षण उतने ही कम होंगे।
लक्षण-
आप कैसे जाने कि आपकी रोग प्रतिरोधक क्षमता कम हैं? यदि आपको बार बार निम्नलिखित में से कोई परेशानी होती है तो आप अपनी सेहत को सुधारने के प्रति और सजग हो जाएँ।
1- बार बार जुकाम होना, छींके आना।
2- बदहजमी व गैस की समस्या अक्सर बने रहना।
3- जल्दी जल्दी पेट खराब होना।
4- अक्सर कब्ज की शिकायत रहना।
5- माँसपेशियों में दर्द बने रहना।
6- जोड़ों में दर्द की शिकायत।
7- जल्दी थकान हो जाना
8- चिड़चिड़ापन बने रहना
9- या किसी लम्बी चलने वाली बीमारी से भी इम्यूनिटी लगातार कम होती जाती है।
कैसे बढ़ाएँ-
रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने के लिए हमें खानपान में कुछ ऐसी चीजें शामिल करनी चाहिए जोकि शरीर को सम्पूर्ण पोषण प्रदान करती हों।
इसके लिए विटामिन सी युक्त फल जैसे संतरा, मौसमी, नींबू व आँवला का सेवन बढ़ाइए। कीवी, चकोतरा, पपीता खाइए। इसके अतिरिक्त सभी मौसमी फल व सब्जियों का खूब सेवन करिए। ब्रोकली, हरी पत्तेदार सब्जियाँ, मशरूम, सेलरी आदि में रोग प्रतिरोधक गुण हैं।
सूखे मेवे जैसे अखरोट, भीगे बादाम, पिस्ता, कद्दू, खरबूजे, तरबूज व सूरजमुखी के बीजों का सेवन करिए।
लहसुन व अदरक का प्रयोग करें।
मोटे अनाज जैसे ज्वार, बाजरा व मक्का का सेवन करें।
किसी भी तरह के व्यायाम की आदत अवश्य होनी चाहिए। सैर करना, योग व प्राणायाम रोग प्रतिरोधक क्षमता विकसित करने के लिए बहुत अच्छे माने जाते हैं।
अर्चना सक्सेना
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