#खुशियों का सावन

#तीज स्पेशल
आया सावन का महीना, सखी,
आओ झूला झूले बगिया में,
दूर तक पेंगे बढ़ाये, उन्मुक्त गगन में
कारे बदरा, मचल जाये,
उमड़ -घुमड़ , गाये मल्हार,
पपीहा गाये गीत
बरखा की बूंदों के संगीत में,
थिरके मन -मयूर,
बाबुल घर आई हूँ, कुछ संजोने,
मधुर स्मृतियाँ ले के
यादों में, जाऊँगी, मै
पिया के लिये, मै करू श्रृंगार
अटूट रहे ये बंधन,..हमारा
हथेलियों में हरी मेहँदी रचाऊ,
पैरों में लाल महावर रचाऊ
पिया को जी भर कर रिझाऊ,
नख से शिख तक श्रृंगार करू,
मांगू तीजा पर,गौरा -शिवजी से
अखंड सौभाग्य सबके लिये,
हर सावन, खुशियाँ लाये,
सबके जीवन, को इंद्रधनुष बनाये..।
हँसी खुशी त्यौहार मनाये,
सखियों संग मंगल गीत गाये..।
---संगीता त्रिपाठी
#झूला और श्रृंगार
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