मकरसंक्रांति

तिल, गुड़,रेवड़ी, गज्जक की आ गई बहार।
सूर्य चला मकर राशि में, देखो ये कमाल,
शुभ कार्य आरंभ हुए, चलो करें धमाल।
सुबह सवेरे कर गंगा स्नान, करें सूर्य का ध्यान।
करके मंगल कामना,करें तिल खिचड़ी का दान।
मकरसंक्रांति,पोंगल, बिहू,विविध है इसके नाम,
देश - प्रेम, सदभावना फैलाना, इसका है काम।
बच्चे बूढ़े हर्षोल्लास से सब त्योहार मनाएॕं,
आओ विश्व शांति का संदेश पूरे संसार में पहुंचाएॕंं।
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