और मै बन गई सुपर नायिका

आज पिंक कॉमरेड मे अपने जीवन से जुडी कहानी लिखने को कहा,मन खुश हो गया ।अरे हमारी भी जिदंगी की बहुत सुन्दर कहानी है ,पढ़ोगे तो अवश्य प्रेरित होंगे आप सभी। कैसे मैं एक मामूली सी सीधी सादी लडकी सुपर स्टार बन गई ।
ये कहानी शुरू होती है जब मैं आठवीं कक्षा में थी।पढने में अच्छी थी ।पर उस साल हमारे विद्यालय की रजत जयंती मनाई जा रही थी। मैंने सभी को करिकूलर एक्टिवीटी में भाग लिया।पढ़ाई पर ध्यान नहीं दे पाई और गणित विषय में सप्लिमेंटरी आ गई ।इसके कारण मैं बहुत दुखी हुई पर खुद को संभाल आगे बढ़ी।
इस घटना ने मेरा पूरा जीवन ही बदल दिया। अपने जीवन की सामान्य नायिका मैं अपने मनोबल, परिश्रम से आगे बढती रही ,या यूं कह सकते हैं कि मै अध्ययन पर ध्यान देने लगी ।हमारे विद्यालय के गणित वाले सर ने मेरे पापा को बोला ,इसे गणित वाले विषय ऐच्छिक विषय मत दिलवाना। पापा ने कला वर्ग मे ऐसे विषय ही मुझे दिलवाये।
मै भी एकाग्रता से पढने लगी।पूरी कक्षा में उस समय मै द्वितीय स्थान पर रही । महाविद्यालय में आई तो मै तो एकदम सुपर हिट नायिका बन गई । मै महाविद्यालय में ही नही पूरे विश्वविद्यालय में प्रथम रही ।स्नातक, स्नातकोत्तर, एम् एड, पी एच डी, सभी मे नंबर वन पर रही।
अखबार में फोटो आता तो खुद को गौरवान्वित महसूस करती। कभी रोल नंबर मुझे अखबार में ढूँढने ही नहीं पडते। क्यों की । ये है मेरी सुपर नायिका बनने की सुपर कहानी। एकाग्रता, परिश्रम के बल पर हम अपनी मंजिल को पा ही लेते है।
आप सभी को मेरी कहानी अच्छी लगेगी। और लगनी भी चाहिए, अरे एक साधारण बालिका नायिका जो बन गई।
डा राजमती पोखरना सुराना भीलवाड़ा राजस्थान
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