रिश्तों में न आयें दूरियां

रिश्तों में न आयें दूरियां

अनीता की सासुमां से ज्यादा बनती नहीं थी हमेशा वह काम को लेकर वह कुड़कुड करती | कभी कुछ वजह तो कभी कुछ ! सारा दिन घर के काम व बच्चों के कामों में थककर चूर हो जाती और रात के वक्त जब वह बिस्तर पर जाती तब - तब रवि पर शिकायतों का बंडल रख देती और अपनी थकान को गुस्से में व्यक्त कर देती और रवि का अच्छा खासा रोमांटिक मूड खराब हो जाता वह अनीता को प्यार से समझाने की कोशिश भी करता तो कैसे ? उस वक्त अनीता का गुस्सा पूरा रवि पर निकलता अब तो हर रोज अनीता की आदत हो चुकी थी | बिस्तर पर आते ही दिनभर की नाराजगी को व्यक्त करना | अब रवि या तो चुपचाप सुनता रहता या तो अनीता के बिस्तर पर आने से पहले ही सो जाता | ऐसे ही कई दिन बीत गये और एक दिन ऐसा हुआ कि इन दोंनो के दरिम्यान काफी दूरियां आ चुकी थी | रवि के इस बदलाव से अब कहीं न कहीं अनीता को महसूस होंने लगा था कि रवि उसकी परवाह नहीं करते वह सिर्फ कामों के लिये या सेवा के लिये बनी हुई है |                                                                                 

यह घटना कोई कहानी नहीं है यह किसी भी पति - पत्नी के साथ हो सकता है रिश्तों में ऐसी दूरियां न पनपने पायें इसकी जिम्मेदारी हर पति- पत्नी की होती है | पति व पत्नी का रिश्ता सिर्फ आकर्षण मात्र या सेक्स के लिये बस नहीं होता बल्कि आत्मिक होंना चाहिये | एक दूजे की परवाह दिल से होंना जरूरी है | अक्सर आपने देखा होगा कि जब पति पत्नी परिणय सूत्र में बंधते हैं तब दोनो के बीच शुरूवाती दौर में कितना प्यार होता है चाहे व परवाह को लेकर हो या सेक्सलाइफ हो | पर जैसे जैसे वक्त बीतता है साल दर साल बढ़ते हैं तब पति पत्नी एक दूसरे की परेशानियों को ज्यादा तवज्जो नहीं देते | क्यों दोनो के जीवन से रोमांच चला जाता है ?  क्यों पति पत्नी को एक दूसरे की छोटी से छोटी बातें बुरी लगने लगती हैं ?  कभी कभी एक दूजे से मुंह फेरकर बिस्तर पर सोना आम बात है ऐसी स्थिति न आने पाये इसके लिये कुछ बातों का जानना बेहद जरूरी होता है | 

1, पति पत्नी एक दूजे का काम में बराबर सहयोग करें एक दूजे को दिल से समझें व एक दूजे की परेशानियों का हल निकालने की कोशिश करें |                                 

2, कभी भी पति पत्नी एक दूजे को बिस्तर पर ब्लैकमेल ना करें क्योंकि अक्सर पति पत्नी के बीच ऐसी बातें होती हैं जिन्हें वे बिस्तर पर ही एक दूजे से कहते हैं बजाय उसका हल ढूंढने के | जो कि रिश्ते के लिये सही नही है बार बार ऐसी स्थिति से भी रिश्तों में दूरियां पनपने लगती हैं |                                                                       

3, पति व पत्नी को एक दूसरे के प्रति प्यार की भावना को समझकर एक दूजे को भी समझना चाहिये |               

4, दोनो ही कोशिश करें कि समस्याऐं उत्पन्न ही ना बों यदि होती भी हैं तो उन्हें साधारण सी बातचीत के द्वारा सुलझायें |                     

5, किसी भी बात को सेक्स लाईफ के बीच में सुलझाने की कोशिश कतई न करें क्योंकि बार बार ऐसा करने से भी रिश्तों में दूरियां आने लगती हैं |                                 

6, पति - पत्नी एक दूजे को वक्त दें और तो हर एक दूजे की परेशानियों को समझकर एक दूजे की बातों का सम्मान करें कभी भी अपनी बात एक दूजे पर थोंपने की कोशिश ना करें |                                                                                 

रिश्तों में दूरियां अचानक से नहीं बल्कि धीरे - धीरे ही आती हैं कई बार पति पत्नी के द्वारा की गई छोटी से छोटी गलतियां या आदतें भी बड़ा रूप ले लेती हैं अक्सर पति पत्नी प्यार के पलों (सेक्स के बीच ) में अपनी परेशानियों का हल ढूंढने लगते हैं जिससे आपका जीवन साथी कई बार परेशान हो जाता है और धीरे धीरे रिश्तों में दूरियां बनने लगती हैं पति पत्नी का रिश्ता एक दूजे को समझने व समझाने से और मजबूत होता है यह रिश्ता है विश्वास का प्यार का , एक दूजे के लिये समर्पण का इसलिये इन प्यार भरे लम्हों के बीच परेशानियों का ढ़ीकरा एक दूजे पर न मढ़े | एक दूजे पर समर्पित होते हुए प्यार व विश्वास की डोर को और अपने  बंधन को मजबूत बनाना दोनो कि जिम्मेदारी है किसी एक से ही उम्मीद करना गलत है |                                                                                                   

धन्यवाद                                                               

रिंकी पांडेय

What's Your Reaction?

like
2
dislike
0
love
0
funny
0
angry
0
sad
0
wow
0