समय

समय..
कभी चमकते हुए सितारों से संग.. कभी भोर की किरणों में जगमगाते हुए मेरे आंखों पर चुंबन देते हुए महसूस करती हूं मैं तुम्हें... सच कहूं पूरा समय में तुम मैं जीती हूं.....
खामोश सी गलियों में चुप चुप सी राहे.....
तुम्हारे ख्यालों की खुशबू में..
मेरा मन रंग निखर निखर जाता है..
पर सच कहूं मेरा यह नूर तुमसे ही तो आता है
.तुम्हें यकीन नहीं शायद...!!!!!!!!
पर सच........
सोचु तुम्हें जब भी....
तुम्हारे ख्याल मेरे मन में मुस्कुराते हैं
पर सच कहूं तुम्हारे साथ जो समय बिताया वह मुझे बहुत याद आते हैं
..........यादें...!!!!!!!!!! वो समय..... लौटना.....
मैं अच्छे से जानती हूं उस समय का लौटना अब नामुमकिन है
उन सब यादों के सहारे ही तुम्हारे ख्यालों के साथ ही मुझे अपना समय बिताना है
कितना मुश्किल हो जाता है उसके बिना समय
जब हम उस समय की कद्र नहीं करते
जब हमें एक छोड़कर चला जाता है तब हमें वह समय और उसका साथ बड़ा याद आता है
..यादें...और कद्र.....
What's Your Reaction?






