टैग : Family and relationships

ससुराल पहला घर क्यों ?

अरे बहू! कितना देर तक सब्जी को भूनती रहती है, जल्दी-जल्दी हाथ चलाया कर। जब ये खाना बनाती है, गैस सिलेंडर कितनी जल्दी खत्म हो जाता है।ये रोज़ का था। मुक्ता जी अपनी बहू ममता को किसी न किसी बात को लेकर तंज कस दिया करती थी। एक...

और पढ़ें

ऐसी बेटियां किस काम की ?

शारदा जी आजकल थोड़ा व्यस्त हैं, एक तरफ बेटी मायके आई हुई है तो दूसरी तरफ उनके नाती को जलने से बचाने के चक्कर में बहू राधिका का हाथ जल गया है। बेटी की आवभगत तो कर ही रही है, साथ साथ बहू की भी मदद कर रही है। शुरुआत के कुछ दिन तो...

और पढ़ें

ऐसा बंधन जो कभी न टूटे ..

विवाह दो लोगो के व दो परिवारों का मिलन , विवाह कहलाता है | जीवनसाथी को लेकर एक लड़का व एक लड़की कितने सपनें संजोते हैंं | कितनी कल्पनायें करते हैं कि उसका जीवनसाथी ऐसा होगा उसके सपनों के राजकुमार जैसा होगा , मुझे समझने वाला होगा...

और पढ़ें

जरा संभलकर सगाई न टूटे

प्रिया अभी पढ़ रही थी पर उसके ग्रेजुएशन पूरा होंने में वक्त था | करीब एक साल , और उसके मां पापा ने अच्छा घर देखकर प्रिया की सगाई कर दी लेकिन शादी को करीब छह महींने का वक्त था |  सगाई और शादी के बीच का वो अंतर अक्सर कई लड़कियों...

और पढ़ें

क्या आपने भी कुछ ऐसा किया इस बार की दीवाली पर.....

साल का सबसे बड़ा त्योहार दीपावली आया और चला भी गया।  कोरोना के चलते बहुत दिन से घरों में बंद थे तो दीवाली के बहाने बाहर निकलने का भी अवसर मिला।  अगर बाज़ारों में भीड़ बहुत ज्यादा नहीं थी तो कम भी नहीं थी।  ज्यादा उपहार,...

और पढ़ें

सोना आग में तप कर ही कुंदन बनता है

आज बेटियों के जाने के बाद घर बहुत सुना हो गया था। पतिदेव भी शाम को टहलने चले गए। फिर कविता भी हाथ में चाय का कप ले कर बैठ गई अपने पसंदीदा बालकनी में। कुछ दिनों पहले सामने वाले फ्लैट में नई बहु आई  थी। आज उसकी सास उसको...

और पढ़ें

सुकूँ के दो पल सपने में नहीं हकीकत में

आज सुबह से सावित्री जी का मूड ऑफ हो चुका था।कोई मनाने वाला भी तो नहीं था।बिटिया को फोन नहीं कर सकती थी क्योंकि वो  गर्म मिज़ाज़ की है कहीं गुस्से में भाई को फोन करके उल्टा सीधा न सुना दे।इतनी सुलझी महिला हैं सावित्री देवी।चलिये...

और पढ़ें

कड़ी

 "राघव, अब तो अनलॉक हो गया है, अब तुम मुझे घर छोड़ आओ।"  "पापा, कैसी बात कर रहे है आप? अकेले कैसे रहेगे? परेशान हो जायेगे। यहाँ रहने में क्या परेशानी है आपको? यही रहिये आप अब।"  "अच्छा कोरोना ने मुझे यहाँ कैद करवा...

और पढ़ें

बंटवारा मां बाप का

प्रियादेख तो जरा, यह हार कैसा है? बहुत सुंदर है मांजी कि सके लिए है ?आज विजय के लिए लड़की देखने जाना है , अगर पसंद आ गई ,तो शगुन के तौर पर दे दूंगी। ओहो छोटी बहू के लिए बड़ा लाड़ फूट-फूटकर टपक रहा है। मैं तो जैसे भाग कर आई थी।...

और पढ़ें

बोरियत दूर करने के उपाय

कोरोना का विस्तार दिनों दिन बढ़ता ही जा रहा है। ऐसे में न बाहर जा सकते है न किसी को घर बुला सकते है। सिर्फ और सिर्फ घर मे रहकर एक ही रूटीन फॉलो करते करते हम बोर हो ही जाते है। ऊपर से सभी के घरों में रहने से बड़ता काम, बच्चो की मस्ती,...

और पढ़ें