टैग : #MyLifeMychoices
सुकून वाला कैरियर
कुछ वर्षों में मनोरंजन व मीडिया केंद्रीय उद्योग के रूप में उभर कर आया है। इस क्षेत्र में करियर बनाने की संभावनाएं बहुत बढ़ गई है। आजकल बहुत सारे क्षेत्र है जहां करियर की अपार संभावनाएं मौजूद है। अगर आपमें कुछ कर गुजरने का जज्बा...
आत्म विश्वास है जरूरी
कामयाबी का मूल मंत्र है आत्मविश्वास। यदि आप पूरी तरह से आत्मविश्वास से भरे हुए हैं तो आपको करियर में आगे बढ़ने से कोई नहीं रोक सकता है। फिर नौकरी के लिए साक्षात्कार हो, बिजनेस हो, करियर में आगे बढ़ना हो, सब कुछ सहज होता चला जाता...
गरम चाय का प्याला हो कोई पिलाने वाला हो
शादी की बाद कभी कभी लड़की का मन करता है कि रोमांटिक मौसम हो, अलसाई सुबह हो, वह सोती रहे और उसने अपने पतिदेव के हाथ की गरम-गरम ,रोमांटिक अंदाज में चाय पीने को मिले और वह गा सके ...." एक गरम चाय का प्याला हो, कोई उसको पिलाने वाला...
मेरा निर्णय नया सवेरा
आशु आशु.... मम्मा के पास आ बेटा... रायना ने आशु को जोर से पकड बाहों में जकड़ लिया.. अभी तक जो बच्चा सहम कर आंसु बहा रहा था... माँ के प्यार की गरमाहट मिलते फफक कर रो पड़ा... रायना आशु को सीने से लगा गुस्से और नफरत से उबल रही...
मेरी बेटी अपने सपने जीएगी
" सोनिया! हमारी पूरे गाँव खानदान में पहली लड़की होगी जो डॉक्टर बनेगी।" प्रकाश जी ये कहते फूले नहीं समाते थे । उन्हें बहुत मन था कि परिवार में कोई डॉक्टर बने ।पहले वे राजेश जी (अपने बेटे )को डाॅक्टर बनाना चाहते थे पर इंजीनियरिंग...
सपनों को पंख दो
अलमारी साफ करते करते कमला की नजर घुंघरुओं पर गई।जैसे ही घुंंघरूओं को निकाला।उनमें से हल्की हल्की आवाज आने में बजने लगे।अपने आप बोलते हुए कमला जी बोलींं-"कितने बरस हो गये।तीस बरस से ज्यादा हो गये...
क्या मेरी जिंदगी पर मेरा हक नहीं?
काजल बहुत खुश थी ।आज वह इस मुकाम पर थी जहाँ उसे सब कुछ हासिल था ।एक अच्छी नौकरी, एक प्यार करने वाला पति, भरा पूरा परिवार और छोटे से टीनू की माँ ।आज तक उसने जो चाहा उसे मिला या कहाँ जाए तो उसने लड़कर छीन लिया ।मगर अब...
मेरी बहू जियेगी अपने सपने !
शगुन नई नवेली दुल्हन बनकर ससुराल आई थी | मन में सवालों की ढ़ेरी लगी थी उसके ! कि, सासुमां मेरी, माँ जैसी होगी भी या नहीं ? अभी मेरी पढ़ाई भी पूरी कहाँ हुई स्नातक का पूरा पूरा एक साल बाकी है और मेरे घर वाले भी न कितने...
मुझे अभी वक्त चाहिये बाबा !
अम्मा बात करो न , बाबा से, मुझे अभी शादी नहीं करनी है ! बोलो न अम्मा कुछ ? सिया ने , अम्मा से कहा | क्या कहूँ सिया... तेरे बाबा से ! वो कभी नहीं मानेगें उन्हें तो बस, तेरे ब्याह की चिंता सताये जा रही है यही तो सपना बाकी रह गया...